बचपन में अगर किसी भारतीय बच्चे से पूछा जाता तुम्हारा हीरो कौन है? तो जवाब मिलता शक्तिमान! लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का यह देसी सुपरहीरो सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, असल जिंदगी में भी कई बार विवादों में घिरा रहा? और अब जब एक बार फिर शक्तिमान वापसी की तैयारी में है तो ये कहानी और भी दिलचस्प हो जाती है। आइए जानते हैं शक्तिमान की ताकत, उसकी लोकप्रियता, विवाद, और अब आने वाले नए अवतार की पूरी कहानी।

1997 में दूरदर्शन पर शुरू हुआ शक्तिमान भारत का पहला लाइव-एक्शन सुपरहीरो शो था. जिसने एक पूरी पीढ़ी को ‘गति और ध्यान’ का मतलब सिखाया। मुकेश खन्ना द्वारा निभाया गया शक्तिमान किरदार सिर्फ एक काल्पनिक ताकत नहीं था बल्कि एक नैतिक आदर्श भी था बच्चों को सच्चाई, ईमानदारी और संयम की सीख देने वाला सूपरहीरो।

गलियों में होता था सन्नाटा-
शक्तिमान की लोकप्रियता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को जब शक्तिमान आता था तो गलियां सूनी हो जाती थीं, बच्चों से लेकर बड़े तक सब टीवी के सामने बैठ जाते थे। “गीत भी बना- शक्तिमान, शक्तिमान!” – ये गूंज हर घर में सुनाई देती थी। लेकिन शक्तिमान सिर्फ सुपरहीरो नहीं रहा, विवादों का हिस्सा भी बना। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि कुछ बच्चों ने शक्तिमान की नकल करते हुए जान जोखिम में डाल दी जिस वजह से इस धारावाहिक को लेकर बहस छिड़ गई। मुकेश खन्ना ने कई बार सफाई दी कि शो में उन्होंने बच्चों को चेतावनी दी थी “कृपया शक्तिमान की नकल न करें” लेकिन फिर भी चैनल पर दबाव बढ़ा और शो को बंद करना पड़ा।

बड़े पर्दे की तैयारी-
अब साल 2025 में शक्तिमान एक बार फिर लौटने की तैयारी में है लेकिन इस बार बड़े पर्दे पर। मुकेश खन्ना ने कुछ साल पहले खुद एलान किया था कि शक्तिमान का नया वर्जन एक मेगा बजट फिल्म के तौर पर आएगा और इसके लिए बड़े प्रोडक्शन हाउस जैसे Sony Pictures India के साथ बातचीत हो चुकी है। अफवाहें हैं कि इस बार शक्तिमान का किरदार कोई बड़ा बॉलीवुड स्टार निभा सकता है जैसे रणवीर सिंह या टाइगर श्रॉफ लेकिन फाइनल कास्टिंग अब तक सामने नहीं आई है।

क्या है असली ताकत ?
शक्तिमान की वापसी सिर्फ एक सुपरहीरो की वापसी नहीं होगी बल्कि उस मासूम दौर की वापसी होगी जब बच्चों के लिए हीरो का मतलब ताकत से ज़्यादा चरित्र होता था। तो क्या “शक्तिमान” फिर से वही जादू बिखेरेगा? क्या आज की पीढ़ी भी उसे उतना ही पसंद करेगी? और सबसे बड़ा सवाल क्या हम फिर से उस सुपरहीरो से सीख पाएंगे जिसने हमें बताया था ‘बुराई पर अच्छाई की जीत ही असली ताकत है’।