शिरडीं। लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद कंगना रनौत ने गुरुवार को शिरडी साईं बाबा मंदिर में दर्शन किए। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने न सिर्फ अपनी आस्था का इज़हार किया, बल्कि अपनी साल 2019 की चर्चित फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ को लेकर दिल छू लेने वाली बातें साझा कीं। कंगना ने कहा कि झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभाना उनके लिए “पुनर्जन्म” के समान अनुभव था। साथ ही उन्होंने देश की वीरांगनाओं पर और अधिक फिल्मों के निर्माण की जरूरत पर भी ज़ोर दिया।
मीडिया से बातचीत में कंगना ने कहा: “झांसी की रानी की भूमिका निभाने के बाद एक तरह से मेरा पुनर्जन्म हुआ। मैंने स्वतंत्रता संग्राम और देश के बारे में बहुत कुछ सीखा। फिल्म इंडस्ट्री द्वारा मेरी छवि को धूमिल किए जाने के बाद यह भूमिका मेरे लिए जीवन में एक नई शुरुआत जैसी थी।”
कंगना ने इस मौके पर कहा कि इस तरह की ऐतिहासिक कहानियों को बार-बार कहे जाने की जरूरत है, ताकि आज की पीढ़ी भी अपने इतिहास और संस्कृति को समझ सके।
वीरांगनाओं पर बननी चाहिए और फिल्में: कंगना
कंगना ने देश की वीरांगनाओं को इतिहास में उनका सही स्थान देने की जरूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा: “हमारे देश की ऐसी वीरांगनाओं पर और फिल्में बननी चाहिए। उनका योगदान, उनका संघर्ष और उनका बलिदान आज के युवाओं को प्रेरणा देगा।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर और नारी शक्ति को फिल्मों के माध्यम से उजागर करना आज के समय की आवश्यकता है।
फिल्म ‘मणिकर्णिका’ से जुड़ी यादें और अनुभव
कंगना ने यह भी बताया कि फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ ने उनके नजरिए को पूरी तरह बदल दिया। “मुझे इस फिल्म के जरिए देश, आजादी और अपने इतिहास को और गहराई से समझने का अवसर मिला।” कंगना ने फिल्म में लीड रोल निभाने के साथ-साथ निर्देशन में भी योगदान दिया था। उन्होंने बताया कि फिल्म की तैयारी के दौरान उन्होंने इतिहास, युद्ध कौशल और चरित्र की गंभीरता को समझने के लिए कड़ी मेहनत की।
कंगना ने भावुक होते हुए बताया कि जब छोटे-छोटे बच्चे स्कूलों में झांसी की रानी पर कार्यक्रम करते हैं, उनका किरदार निभाते हैं, तो देखकर बहुत खुशी मिलती है। यह भाव, यह जुड़ाव बहुत अनमोल है। उन्होंने सभी माता-पिता से यह अपील भी की कि वे जब भी दिल्ली जाएं, तो अपने बच्चों को प्रधानमंत्री संग्रहालय में लाइट एंड साउंड शो जरूर दिखाएं।
शो में दिया कंगना का वॉइस ओवर
कंगना ने बताया कि प्रधानमंत्री संग्रहालय में चलने वाले लाइट एंड साउंड शो में भारत की महान वीरांगनाओं की कहानियां दिखाई जाती हैं। खास बात यह है कि इन कहानियों में कंगना ने वॉइस ओवर दिया है। “यह शो बहुत प्रेरणादायक है। मैंने खुद इसमें वॉइस ओवर दिया है। बच्चों के साथ इसे देखकर उन्हें गर्व और प्रेरणा दोनों मिलेगी।” – कंगना रनौत
‘मणिकर्णिका’ का कलेक्शन और प्रदर्शन
‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ को करीब 101 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था। बॉक्स ऑफिस पर इसने भारत में 98.02 करोड़ रुपये की नेट कमाई की थी, जबकि वर्ल्डवाइड कलेक्शन 142 करोड़ रुपये तक पहुंचा हालांकि फिल्म को मिश्रित समीक्षाएं मिलीं, लेकिन कंगना के अभिनय और फिल्म की विषयवस्तु की काफी सराहना की गई।
मणिकर्णिका से जुड़ी विशेष बातें
- फिल्म में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और बलिदान को दिखाया गया है।
- कंगना रनौत ने न सिर्फ मुख्य भूमिका निभाई, बल्कि फिल्म के निर्देशन में भी हाथ बंटाया।
- यह फिल्म स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत में महिला नेतृत्व के योगदान को उजागर करती है।
- फिल्म का संगीत, संवाद और भव्य सेट डिज़ाइन ने दर्शकों को आकर्षित किया।