मुंबई। मशहूर मिथुन चक्रवर्ती आज अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर उन्हें देशभर से शुभकामनाएं मिल रही हैं। मिथुन चक्रवर्ती का जन्म 16 जून, 1950 को कोलकाता में हुआ था। मिथुन चक्रवर्ती का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। लेकिन, इंडस्ट्री उन्हें प्यार से ‘मिथुन दा’ कहकर बुलाती है। मिथुन चक्रवर्ती सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि संघर्ष, सफलता और सेवा की मिसाल हैं। उन्होंने एक्टिंग के दम पर फिल्मी दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है। मिथुन चक्रवर्ती आज लाखों करोड़ों दिलों पर राज करते हैं। हालांकि, फिल्मों में डेब्यू से पहले उन्हें लगता था कि वो कुछ भी नहीं कर पाएंगे।

बॉलीवुड में नहीं रहा मिथुन का कोई गॉडफादर
मिथुन ने एक बार एक इंटरव्यू में अपने सफर पर बात की और अपने स्ट्रगल को याद किया। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने स्ट्रगल के दिनों के बारे में बात नहीं करूंगा क्योंकि यह कई लोगों का हौसला तोड़ देगा। हर कोई स्ट्रगल करता है, लेकिन मेरा स्ट्रगल बहुत ज्यादा रहा है।’ मिथुन ने कहा, ‘ये स्ट्रगल ऐसा था कि समझ लीजिए मैं फुटपाथ से आया हूं, सचमुच मैं फुटपाथ से आया हूं। मुंबई में, मैंने कई दिन बिताए हैं, जहां मैं कभी फाइव गार्डन्स में सोया, तो कभी किसी के हॉस्टल के सामने भी सोया हूं। मुझे ये नहीं पता होता था कि मैं कहां जाऊंगा मुझे अपना अगला खाना कब मिलेगा और मैं कहां सोऊंगा।’ एक समय ऐसा भी आया जब मिथुन दा पढ़ाई के बाद नक्सलियों के ग्रुप से जुड़कर नक्सली बन गए थे। बॉलीवुड में मिथुन का कोई गॉडफादर नहीं रहा। इसके बावजूद उन्होंने एक्टिंग के दम पर फिल्मी दुनिया में एक अलग पहचान बनाई।

फिल्म ‘डिस्को डांसर’ ने रातों-रात बनाया सुपरस्टार
मिथुन ने बीएससी की पढ़ाई के बाद पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से अभिनय सीखा। मिथुन ने फिल्मी करियर की शुरुआत 1976 में आई फिल्म ‘मृगया’ से की। इस फिल्म में दमदार अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1982 में आई फिल्म ‘डिस्को डांसर’ ने मिथुन को रातों-रात सुपरस्टार बना दिया। उनका गाना ‘आई एम ए डिस्को डांसर’ आज भी लोगों की जुबां पर है। इसके बाद मिथुन ने ‘भ्रष्टाचार’, ‘घर एक मंदिर’, ‘वतन के रखवाले’, ‘हमसे बढ़कर कौन’, ‘चरणों की सौगंध’, ‘हमसे है जमाना’, ‘कसम पैदा करने वाले की’, ‘प्यार झुकता नहीं’, ‘करिश्मा कुदरत का’, ‘स्वर्ग से सुंदर’ जैसी फिल्मों में काम किया।

एक साथ 33 फिल्में हुई थीं फ्लॉप
पर्दे पर सुपरहिट होने के बाद मिथुन की जिंदगी में एक दौर वो भी आया, जब उनकी एक साथ 33 फिल्में फ्लॉप हुई थीं। वो दौर था-1993 से लेकर 1998 के बीच का। लेकिन, इसके बावजूद उनका स्टारडम इस कदर डायरेक्टर्स पर छाया था कि उन्होंने तब भी 12 फिल्में साइन की थीं। मिथुन न सिर्फ एक शानदार अभिनेता हैं, बल्कि एक राजनेता और समाजसेवी भी हैं। उन्होंने कई अनाथ बच्चों को गोद लिया है और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। उनकी ज़िंदगी इस बात का प्रमाण है कि अगर आपमें हौसला हो, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता। मिथुन सफल बिजनेसमैन भी हैं और मोनार्क ग्रुप के मालिक हैं।