टीवी और वेब की दुनिया के जानें-माने चेहरे विकास मानकतला ने ‘स्पेशल ऑप्स 2’ के साथ दर्शकों के दिलों में फिर से खास जगह बना ली है। एक लंबे अंतराल और संघर्ष के बाद उनका ये कमबैक न केवल चर्चाओं में है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी फैंस की प्रतिक्रिया के चलते सुर्खियों में है।
हुड्डा की वापसी
2000 के दशक के मशहूर टीवी शो ‘लेफ्ट राइट लेफ्ट’ में कैप्टन हुड्डा के रोल में विकास को अपार लोकप्रियता मिली थी। जब वह नीरज पांडे की चर्चित सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स 2’ में दिखाई दिए, तो फैंस ने सोशल मीडिया पर लिखा – “हमारा हुड्डा वापस आ गया है!” यह कमेंट्स विकास के लिए भावुक करने वाले रहे। विकास कहते हैं “आज भी लोग मुझे हुड्डा कहकर पुकारते हैं, और जब उन्होंने मुझे स्पेशल ऑप्स 2 में देखा तो वही प्यार फिर से उमड़ पड़ा।”
नीरज पांडे के साथ काम करने का सपना
नीरज पांडे जैसे प्रतिष्ठित निर्देशक के साथ काम करना विकास का एक पुराना सपना था। उन्होंने बताया कि 2008 में रिलीज फिल्म ‘A Wednesday’ देखने के बाद से ही वे नीरज के फैन हो गए थे। विकास बोले— “जब स्पेशल ऑप्स के पहले सीजन के लिए मुझे कॉल आया था, तब मैं इस प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं बन सका था। उस समय बहुत अफसोस हुआ था। लेकिन जैसे ही ‘स्पेशल ऑप्स 2’ का ऑफर आया, मैंने बिना कुछ सोचे सभी प्रोजेक्ट्स छोड़ दिए। मैं नहीं चाहता था कि कोई और काम मेरे इस किरदार की तैयारी में बाधा बने।”
किरदार के लिए की खास तैयारी
विकास ने इस भूमिका के लिए मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से मेहनत की। उन्होंने बताया कि ये सिर्फ एक और रोल नहीं था, बल्कि उनके लिए ये एक रिबर्थ जैसा था। उन्होंने खुद को किरदार में पूरी तरह से ढालने के लिए हर संभव तैयारी की। “मैं इस सीरीज को लेकर बहुत जुनूनी था। हर सीन, हर डायलॉग में मैं खुद को झोंक देना चाहता था। आखिरकार नीरज पांडे जैसे निर्देशक के साथ काम करना छोटा मौका नहीं है।” – विकास
संघर्ष की दास्तान: जेब में पैसे नहीं, पर चेहरा हँसता रहा
विकास का करियर कोई आसान सफर नहीं रहा। उन्होंने चुनिंदा लेकिन दमदार काम किए हैं, जिनमें कभी लीड रोल्स रहे तो कभी लंबा गैप। उनके अनुसार, जब भी करियर में ब्रेक आया, उन्होंने आत्मचिंतन किया लेकिन हार नहीं मानी।विकास मानकतला ने कहा: “ऐसे दिन भी आए जब जेब में पैसे नहीं थे। लेकिन चेहरे पर मुस्कान बनाए रखी क्योंकि मुझे पता था कि ये दौर भी गुजर जाएगा।” विकास ने अपने संघर्ष की कहानी में कोविड काल का भी ज़िक्र किया, जो उनके लिए जीवन का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। “कोविड ने सिखाया कि जिंदगी एक ही बार मिलती है। काम रुक सकता है, लेकिन हौसले नहीं रुकने चाहिए।”
पत्नी रही सबसे बड़ी ताकत
विकास ने यह भी बताया कि उनके संघर्ष के दौरान उनकी पत्नी हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं। उन्होंने कठिन समय में विकास का मनोबल बनाए रखा। “पत्नी ने हमेशा मुझे मोटिवेट किया। जब मैं खुद को हारा हुआ महसूस करता था, वह मुझे याद दिलाती थीं कि तुम्हारे पास टैलेंट है, मेहनत करोगे तो फल ज़रूर मिलेगा।”
फ्यूचर प्रोजेक्ट्स और नजरिया
‘स्पेशल ऑप्स 2’ की सफलता के बाद अब विकास अपने भविष्य को लेकर आशान्वित हैं। उनका कहना है कि वे अब ऐसी कहानियों का हिस्सा बनना चाहते हैं जो न सिर्फ एंटरटेन करें, बल्कि दर्शकों को सोचने पर भी मजबूर करें।
“अब मैं सोच-समझकर प्रोजेक्ट्स चुनूंगा। मेरी प्राथमिकता स्क्रिप्ट होगी, सिर्फ शो या प्लेटफॉर्म नहीं।”