क्या आपको भी स्क्रीन देखने के बाद सिरदर्द, आंखों में जलन या थकावट महसूस होती है? अगर हां, तो हो सकता है आप भी स्क्रीन फटीग यानी ‘कंप्यूटर विजन सिंड्रोम’ के शिकार हो रहे हों। आज के डिजिटल युग में हम दिनभर स्मार्टफोन, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन से चिपके रहते हैं। चाहे ऑफिस का काम हो, सोशल मीडिया स्क्रॉलिंग या ओटीटी पर सीरीज की बिंज-वॉचिंग…स्क्रीन से दूरी बनाना मुश्किल है। लेकिन, इससे हमारी आंखों की सेहत पर सीधा असर पड़ता है। इस लेख में हम आपको कुछ आसान और असरदार टिप्स बताएंगे, जो स्क्रीन थकान को कम कर आपकी आंखों की रोशनी को बनाए रखने में मदद करेंगे।
स्क्रीन थकान क्या है?
स्क्रीन थकान को कंप्यूटर विजन सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है। ये तब होता है जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक स्क्रीन को देखता है, जिससे आंखों के आसपास की मांसपेशियां थक जाती हैं। इससे आंखों में जलन, धुंधलापन, सिरदर्द और मानसिक थकावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खराब रोशनी, स्क्रीन की तेज ब्राइटनेस, गलत पॉस्चर और खराब डेस्क सेटअप इस समस्या को और बढ़ा देते हैं।
स्क्रीन थकान से राहत पाने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय
1. 20-20-20 नियम अपनाएं
हर 20 मिनट स्क्रीन पर काम करने के बाद 20 सेकेंड के लिए ब्रेक लें और कम से कम 20 फीट दूर किसी वस्तु को देखें। यह आंखों की मांसपेशियों को आराम देता है और थकान से राहत दिलाता है।
2. सोने से पहले स्क्रीन से दूरी बनाएं
रात को नींद से 1-2 घंटे पहले सभी डिजिटल डिवाइसेज बंद कर दें। नीली रोशनी से मेलाटोनिन हार्मोन प्रभावित होता है, जिससे नींद की गुणवत्ता खराब होती है। कोशिश करें कि रात को वीडियो देखने की बजाय ऑडियोबुक या पॉडकास्ट सुनें।
3. डेस्क और स्क्रीन सेटअप सुधारें
मॉनिटर को आंखों के स्तर से थोड़ा नीचे रखें।
फॉन्ट साइज बढ़ाएं ताकि आंखों पर जोर न पड़े।
रीडिंग मोड या डार्क मोड ऑन करें, खासकर रात में।
स्क्रीन से कम से कम 20-24 इंच की दूरी बनाए रखें।
4. डार्क मोड और एंटी-ग्लेयर स्क्रीन का करें इस्तेमाल
डिवाइसेज़ में डार्क मोड ऑप्शन उपलब्ध होता है, जो रात में आंखों के लिए आरामदायक होता है। एंटी-ग्लेयर स्क्रीन प्रोटेक्टर का इस्तेमाल भी स्क्रीन की चुभन को कम करता है।
5. पूरी और गहरी नींद लें
आपकी आंखों और दिमाग को आराम देने के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूरी है। इससे न सिर्फ थकान कम होती है बल्कि अगला दिन भी तरोताजा महसूस होता है।
खुशहाल डिजिटल जीवन की कुंजी
डिजिटल दुनिया से दूरी बनाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन अपनी आंखों की सेहत को नज़रअंदाज़ करना और भी खतरनाक है। अगर आप इन आसान टिप्स को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें, तो स्क्रीन थकान से बचाव संभव है। स्वस्थ आंखें ही एक खुशहाल डिजिटल जीवन की कुंजी हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।