“डायनासोर एक बार फिर लौट आए हैं! लेकिन इस बार, Jurassic World की दुनिया में सिर्फ रोमांच ही नहीं, बल्कि एक नई चेतावनी भी छिपी है। क्या ‘Jurassic World: Rebirth’ अपने नाम के मुताबिक इस फ्रेंचाइज़ी को नया जीवन दे पाई है या फिर ये सिर्फ एक CGI शो बनकर रह गई? चलिए जानते हैं इस रिव्यू में…”
2025 की सबसे चर्चित हॉलीवुड फिल्मों में से एक रही Jurassic World: Rebirth, जिसे डायरेक्टर Gareth Edwards ने निर्देशित किया है। ये फिल्म न सिर्फ Jurassic फ्रेंचाइज़ी की विरासत को आगे बढ़ाती है बल्कि इसमें एक नया मोड़, नई कहानी और कुछ ऐसे विजुअल्स हैं जो दर्शकों को एक बार फिर 65 मिलियन साल पीछे ले जाते हैं।

फिल्म की कहानी-
कहानी एक नई रिसर्च टीम के इर्द-गिर्द घूमती है जो इंसानी DNA और डायनासोर के genes को मिलाकर एक नई प्रजाति बनाने की कोशिश करती है। लेकिन विज्ञान की ये चाल इंसानियत पर भारी पड़ जाती है। फिल्म में डायनासोर अब सिर्फ जंगलों में नहीं हैं… वो अब इंसानी बस्तियों में घुस चुके हैं।
पॉजिटिव पॉइंट्स- VFX और CGI-
फिल्म का सबसे बड़ा हाईलाइट है इसका विजुअल ट्रीटमेंट। हर एक डायनासोर को इतने रीयलिस्टिक ढंग से दिखाया गया है कि स्क्रीन पर बैठे-बैठे डर लगने लगता है। खासकर एक सीक्वेंस जिसमें टायरानोसॉरस रेक्स शहर के बीचों-बीच आता है। वो सिनेमाघरों में सीटी और ताली दोनों दिलवाता है।

थ्रिल और टेंशन-
Gareth Edwards ने फिल्म में हॉरर और थ्रिल का सही बैलेंस रखा है। कहीं भी ऐसा नहीं लगता कि सीन जबरदस्ती डाले गए हैं।
साउंड डिज़ाइन-
डायनासोर की दहाड़ से लेकर जंगलों की नीरवता तक – साउंड डिजाइन इतना दमदार है कि आप हॉल में कानों पर हाथ रख लेंगे।
नेगेटिव पॉइंट्स- कहानी में नई बात नहीं-
जहां विजुअल्स कमाल के हैं, वहीं स्क्रिप्ट उतनी स्ट्रॉन्ग नहीं है। पुराने Jurassic Park और Jurassic World की याद दिलाने वाली बहुत-सी चीज़ें दोहराई गई हैं।
कैरेक्टर डेवलपमेंट की कमी-
नए किरदारों को ठीक से गहराई नहीं दी गई है। इमोशनल कनेक्ट कहीं-कहीं गायब है। नई कास्ट में Florence Pugh, John Boyega और David Harbour जैसे स्टार्स हैं। Florence ने एक जीन साइंटिस्ट के रूप में अच्छा काम किया है लेकिन स्क्रिप्ट उन्हें ज्यादा मौका नहीं देती। jurassic World: Rebirth एक विजुअल धमाका है। अगर आप थ्रिल, डर और डायनासोर के फैन हैं, तो ये फिल्म सिनेमाघर में ज़रूर देखिए। कहानी में भले ही कुछ दोहराव हो लेकिन इसकी स्केल और सिनेमैटिक अनुभव लाजवाब है।
“तो Jurassic World: Rebirth ने एक बार फिर साबित किया है कि डायनासोर का क्रेज कभी नहीं मरता। क्या आप तैयार हैं इस रोमांचक सफर पर जाने के लिए? अपने रिव्यू और रिएक्शन हमारे साथ ज़रूर शेयर करें…”