बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान की ज़िंदगी जितनी फिल्मों में परफेक्ट दिखती है, असल ज़िंदगी में उतनी ही भावनाओं से भरी रही है। आज हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में बताएंगे आमिर खान और उनकी पहली पत्नी रीना दत्ता की प्रेम कहानी, एक ऐसी कहानी जिसमें था मासूम इश्क़, छुपकर की गई शादी और फिर एक खामोश जुदाई।
ये बात है 1980 के दशक की आमिर खान उस वक़्त सिर्फ 20 साल के थे और फिल्मों में कदम रखने की तैयारी कर रहे थे। तभी उनकी ज़िंदगी में आईं उनकी पड़ोसी रीना दत्ता। रीना किसी फिल्मी दुनिया से नहीं थीं, वो एक सीधी-सादी लड़की थीं, जो कॉलेज में पढ़ती थी। आमिर का दिल रीना पर आ गया, लेकिन बात आसान नहीं थी। रीना ने शुरू में उनका प्रपोज़ल ठुकरा दिया था। लेकिन आमिर ने हार नहीं मानी। अपने इमोशन्स को खतों के जरिए बयान किया और आख़िरकार रीना का दिल भी पिघल गया।

छुप कर की शादी-
दोनों ने 1986 में छुपकर शादी कर ली। उस समय आमिर ‘कयामत से कयामत तक’ फिल्म कर रहे थे और उन्हें डर था कि शादी की खबर से उनका करियर न डगमगा जाए। इसलिए इस रिश्ते को काफी समय तक गुप्त रखा गया। लेकिन जब प्यार सच्चा हो, तो छुपता नहीं। शादी के कुछ सालों बाद दोनों खुलकर सामने आए। इस रिश्ते से आमिर और रीना को दो बच्चे हुए जुनैद और इरा।

तलाक के बाद भी रहा रिश्ता-
रीना ने फिल्मों से दूरी बनाई रखी, लेकिन ‘लगान’ जैसी ऐतिहासिक फिल्म में उन्होंने बतौर प्रोड्यूसर अहम भूमिका निभाई। इस दौरान भी दोनों के रिश्ते में गहराई थी। लेकिन वक्त के साथ, रिश्ते में दरारें आने लगीं। 2002 में, आमिर और रीना ने सबको चौंकाते हुए तलाक़ ले लिया। 16 साल की शादी के बाद दोनों का अलग हो जाना फैन्स के लिए भी बड़ा झटका था। तलाक के बाद भी दोनों के बीच सम्मान और दोस्ती का रिश्ता बना रहा। आमिर ने एक इंटरव्यू में कहा था “रीना मेरी पहली मोहब्बत थीं और रहेंगी, हमने एक साथ खूबसूरत पल बिताए।” रीना आज भी आमिर के बच्चों की परवरिश में बराबर की भागीदार हैं और एक सशक्त महिला के रूप में पहचान रखती हैं।
आमिर और रीना की ये कहानी शायद अधूरी रही, लेकिन इसमें प्यार, सम्मान और समझदारी की मिसालें हैं। ये हमें याद दिलाती है कि हर रिश्ता अपनी एक उम्र, एक कहानी और एक सीख लेकर आता है।