टीवी की दुनिया से लेकर सिनेमा के परदे तक और ज़िंदगी की किताब से लेकर सोशल मीडिया की दुनिया तक नीना गुप्ता ने हर पड़ाव पर मिसाल कायम की है। आज है वो दिन जब इस बेमिसाल अदाकारा का जन्म हुआ था। जी हां, आज नीना गुप्ता का जन्मदिन है। तो चलिए, जानते हैं उनकी जिंदगी के कुछ अनकहे किस्से एक ऐसी महिला की कहानी, जिसने कभी हार नहीं मानी।
हिम्मत और आत्मसम्मान की मिसाल-
नीना गुप्ता एक ऐसा नाम, जो सिर्फ एक अदाकारा नहीं बल्कि हिम्मत और आत्मसम्मान की मिसाल है। 4 जुलाई 1959 को दिल्ली में जन्मी नीना ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की फिर एनएसडी यानी नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से अभिनय की बारीकियां सीखीं। नीना गुप्ता ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1982 में फिल्म ‘साथ-साथ’ से की थी और ‘जाने भी दो यारों’, ‘मंडी’, ‘वो छोकरी’, ‘स्वर्ग’, ‘डैडी’, ‘भारत एक खोज’, ‘बधाई हो’, ‘मुल्क’ जैसी कई यादगार फिल्मों और टीवी शोज़ में शानदार अभिनय किया।

जीवन संघर्ष-
नीना गुप्ता का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। 80 के दशक में उन्होंने वेस्टइंडीज के मशहूर क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स के साथ अपने रिश्ते को लेकर काफी सुर्खियां बटोरीं। बिना शादी के उन्होंने बेटी मसाबा गुप्ता को जन्म दिया, जो आज एक सफल फैशन डिज़ाइनर हैं। नीना गुप्ता ने 2008 में विवेक मेहरा से शादी की।

सेकंड इनिंग की शुरुआत-
अपने करियर में नीना गुप्ता ने कई बार इंडस्ट्री के रूढ़िवादी सोच का सामना किया लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। 2018 में ‘बधाई हो’ जैसी सुपरहिट फिल्म से उन्होंने बॉलीवुड में अपनी ‘सेकंड इनिंग’ की धमाकेदार वापसी की और नई पीढ़ी के दर्शकों का दिल जीत लिया। उन्हें ‘वो छोकरी’ के लिए फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवॉर्ड और कई अन्य सम्मान भी मिल चुके हैं।

नीना गुप्ता की कहानी हिम्मत, आत्मनिर्भरता और अपने सपनों को कभी न छोड़ने की मिसाल है। आज उनके जन्मदिन पर पूरा बॉलीवुड और उनके चाहने वाले उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं। नीना गुप्ता ने साबित किया है कि उम्र या हालात कभी भी आपके सपनों के रास्ते में बाधा नहीं बन सकते।