Health Tips : स्ट्रेस (तनाव) वास्तव में दिल की सेहत के लिए बहुत हानिकारक है। शरीर और दिमाग दोनों को नुकसान पहुंचाता हैं। यह न केवल ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, बल्कि हार्मोन का लेवल भी अचानक ऊपर कर देता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता हैं। अक्सर देखा जाता है कि लोग गुस्से में चिल्लाने लगते हैं और ये उनके दिल के लिए खतरनाक हो सकता है। क्योंकि गुस्से को काबू में रखना दिल की सेहत के लिए जरूरी है। अगर आप कूल रहना सीख लें तो न सिर्फ आपका मूड बेहतर रहेगा, बल्कि हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी से भी खुद को सुरक्षित रख सकेंगे।
स्ट्रेस और दिल के बीच संबंध
ब्लड प्रेशर बढ़ाता है: स्ट्रेस के समय शरीर ‘फाइट या फ्लाइट’ मोड में चला जाता है, जिससे हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। लंबे समय तक ऐसा बने रहना हृदय पर असर डालता है।
हॉर्मोनल असंतुलन: तनाव के दौरान कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे हॉर्मोन बढ़ते हैं, जो दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं।
नींद और खान-पान पर असर: स्ट्रेस से नींद कम आती है और लोग अक्सर जंक फूड या अधिक खाने की ओर झुक जाते हैं, ये दोनों ही दिल के लिए खराब हैं।
दिल की बीमारियों का जोखिम: क्रोनिक स्ट्रेस से कार्डियक अरेस्ट , हार्ट अटैक और हाइपरटेंशन जैसी समस्याओं का खतरा काफी बढ़ जाता है। जैसे अचानक दिल का काम करना बंद हो जाना, सांस न ले पाना और बेहोश हो जाना।
दिल को स्वस्थ रखने के लिए तनाव कम कैसे करें?
1. मेडिटेशन और योग करें
2. नियमित एक्सरसाइज अपनाएं (30 मिनट की वॉक भी पर्याप्त है)
3. नींद पूरी लें (7-8 घंटे)
4. अपनों से बातचीत करें, अकेले न रहें
5. डीप ब्रीथिंग टेक्निक अपनाएं (जैसे प्राणायाम)
6. जरूरत हो तो काउंसलर या थैरेपिस्ट से मदद लें
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। बिना परामर्श के कोई भी उपचार या डाइट परिवर्तन न करें।