कभी कोई मजबूरी बन गई दीवार तो कभी शोहरत के रास्ते जुदा हो गए। बॉलीवुड में जहां प्यार पर फिल्में बनती हैं वहीं रियल लाइफ में कई लव स्टोरीज़ अधूरी रह जाती हैं। आज के इस वीडियो में हम आपके साथ कुछ ऐसी ही जानकारी साझा कर रहे हैं ‘प्यार जो पूरा न हो सका’ कुछ ऐसी अधूरी मोहब्बतें जो यादों में तो हैं मगर हकीकत में कभी मुकम्मल नहीं हो सकीं।
राज कपूर और नरगिस ‘पर्दे पर अमर, असल में अधूरी’-
राज कपूर और नरगिस की जोड़ी पर्दे पर जितनी हिट थी उतनी ही गहराई से दोनों व्यक्तिगत रूप से भी जुड़े थे। लेकिन राज कपूर पहले से शादीशुदा थे और समाज की बेड़ियों ने इस मोहब्बत को आगे नहीं बढ़ने दिया। नरगिस ने बाद में सुनील दत्त से शादी कर ली पर राज कपूर के साथ उनका रिश्ता हमेशा अधूरा ही रहा।
सलमान खान और ऐश्वर्या राय मोहब्बत, तूफ़ान और जुदाई-
सलमान और ऐश्वर्या की प्रेम कहानी ने 90s के अंत में खूब सुर्खियां बटोरीं। ‘हम दिल दे चुके सनम’ से शुरू हुई ये लव स्टोरी बहुत जल्द रियल लाइफ में तब्दील हो गई। लेकिन सलमान का गुस्सा, पज़ेसिव बिहेवियर और विवादों ने इस रिश्ते को खत्म कर दिया। 2002 के बाद दोनों ने कभी साथ काम नहीं किया।
गुरुदत्त और वहीदा रहमान ‘मोहब्बत, खामोशी और मौत’-
गुरुदत्त शादीशुदा थे लेकिन वहीदा रहमान से उन्हें एक गहरा जुड़ाव हो गया। दोनों की कैमिस्ट्री ऑन-स्क्रीन भी दिखाई देती थी लेकिन निजी जिंदगी में ये रिश्ता कई उतार-चढ़ावों से गुज़रा। कहा जाता है कि गुरुदत्त की मौत के पीछे उनकी अधूरी मोहब्बत और टूटन भी एक बड़ी वजह बनी।
रणबीर और दीपिका ‘दिल तोड़ा, लेकिन इज़्ज़त बची रही’-
‘बचना ए हसीनों’ के सेट से शुरू हुआ रणबीर-दीपिका का रिश्ता कुछ सालों तक चला। लेकिन रणबीर ने खुद स्वीकारा कि उन्होंने धोखा दिया था। दीपिका टूट गईं मगर खुद को संभाला और आज वो रणवीर सिंह के साथ खुश हैं। रणबीर ने भी आलिया से शादी कर ली। पर दीपिका के गले का ‘RK’ टैटू अब सिर्फ एक अधूरी कहानी की याद है।
अधूरी कहानियां, जो हमेशा याद रहेंगी-
इनके अलावा रेखा और अमिताभ, मधुबाला और दिलीप कुमार, मीना कुमारी और कमाल अमरोही ऐसी दर्जनों अधूरी कहानियां हैं, जिन्हें वक्त ने जुदा कर दिया। लेकिन दर्शकों के दिलों में ये प्रेम कहानियां आज भी ज़िंदा हैं। क्योंकि कुछ मोहब्बतें अधूरी रहकर ही अमर हो जाती हैं।
कहते हैं हर अधूरी मोहब्बत में एक अधूरापन ही तो उसे खास बना देता है। बॉलीवुड की ये कहानियां हमें सिखाती हैं कि हर फिल्मी अंत हैप्पी नहीं होता लेकिन हर कहानी का अपना एक असर होता है जो दिल में रह जाता है।