मुंबई। जानी-पहचानी भारतीय अभिनेत्री किरण खेर आज अपना 73वां जन्मदिन मना रही हैं। किरण खेर ने अभिनय से लेकर राजनीति तक अपना परचम लहराया है। किरण खेर जितनी प्रतिभाशाली और सफल शख्सित हैं, उनका संघर्ष भी उतना ही बड़ा रहा है। आज तक भी संघर्ष ने उनका साथ नहीं छोड़ा है। जिंदगी के कई मोड़ पर उन्हें कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा है लेकिन उन्होंने सब कुछ हंसते-हसंते सहा है।
बैडमिंटन प्लेयर से एक्ट्रेस बनीं किरण खेर
किरण खेर का जन्म 14 जून 1952 को पंजाब के चंडीगड़ में एक सिख परिवार में हुआ था। किरण ने अपनी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई चंडीगढ़ से ही पूरी की है। किरण खेर बैडमिंटन की अच्छी खिलाड़ी रही हैं। उन्होंने दीपिका पादुकोण के पिता प्रकाश पादुकोण के साथ नेशनल लेवल पर बैडमिंटन खेला है। मगर, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। पढ़ाई पूरी करने के बाद किरण का रुझान एक्टिंग की तरफ बढ़ा और उन्होंने करियर बनाने के बारे में सोचा। किरण चंडीगढ़ में थिएटर से जुड़ीं। थिएटर के बाद किरण खेर ने अपने करियर कि शुरुआत साल 1973 में पंजाबी फिल्म ‘असर प्यार दा’ से की थी। किरण ने 1996 में अमरीश पुरी के साथ ‘सरदारी बेगम’ में भी काम किया।
फिल्म ‘देवदास’ से छोड़ी एक्टिंग की छाप
मगर, किरण ने अपनी एक्टिंग की असली छाप 2002 में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘देवदास’ से छोड़ी। उनकी एक्टिंग की हर किसी ने सराहना की थी। इसके बाद उन्होंने फिल्मों में मां के किरदार ही ज्यादातर निभाए, जो सुपरहिट रहे। किरण खेर को राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। किरण खेर टीवी रियलिटी शो में भी बतौर जज नजर आ चुकी हैं।
चंडीगढ़ से रहीं लोकसभा की सांसद
किरण खेर के संघर्ष की शुरुआत शुरू तब हुई जब उन्हें असफल शादी का दर्द झेलना पड़ा। किरण खेर की पहली शादी 1980 में मुंबई के एक व्यवसायी गौतम बेरी के संग हुई थी, जो केवल पांच साल तक चली। दोनों का एक बेटा सिकंदर खेर हैं। इसके बाद किरण खेर ने अनुपम खेर संग शादी रचा ली। अनुपम खेर के साथ उनका दृढ़ रिश्ता है, वे साथ में टीवी, फिल्मों और थिएटर में काम करते रहे हैं। किरण खेर 2009 में भाजपा में शामिल हुईं और 2014 और 2019 में चंडीगढ़ से लोकसभा की सांसद रहीं। टेक्सटाइल मंत्रालय में राज्य मंत्री जैसे पद उन्होंने संभाले और कई संसदीय समितियों का हिस्सा रहीं।