हरतालिका तीज 2025: भाद्रपद मास की तृतीया तिथि को मनाया जाने वाला हरतालिका तीज सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे पवित्र पर्व माना जाता है। यह त्योहार भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक है। सुहागिनें इस दिन निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। तीज पर पूरे दिन व्रत, पूजा और रात्रि जागरण का विशेष महत्व है। इस दौरान महिलाएं पारंपरिक गीत, भजन और लोकगाथाएं गाकर इस पर्व को और भी खास बना देती हैं।
तीज के मौके पर कई ऐसे गीत हैं जो वर्षों से इस त्योहार की पहचान बने हुए हैं। भोजपुरी और हिंदी के इन गीतों में न सिर्फ शिव-पार्वती की प्रेमगाथा झलकती है बल्कि सुहागिन महिलाओं की आस्था और भावनाओं को भी बखूबी दर्शाया गया है। आइए जानते हैं वो लोकप्रिय गीत जिनके बिना हरतालिका तीज का पर्व अधूरा माना जाता है।
सात सखियां
यह गीत तीज की पूजा का अहम हिस्सा माना जाता है। इसमें सात सखियों के मिलकर पूजन करने और शिव-पार्वती की आराधना करने की कहानी को खूबसूरती से दर्शाया गया है। तीज के दिन महिलाएं सामूहिक रूप से पूजा करती हैं और यह गीत उस एकता और भक्ति का प्रतीक बन जाता है।
तीज व्रत भूखल बानी
तीज का व्रत 24 घंटे चलता है, जिसमें सोना भी वर्जित होता है। इसी कारण महिलाएं रातभर जागरण करती हैं और भक्ति गीत गाती हैं। इन्हीं में से एक है ‘तीज व्रत भूखल बानी’, जिसे निशा उपाध्याय ने अपनी आवाज़ दी है। यह गीत महिलाओं के समर्पण और आस्था को दिखाता है और तीज के मौके पर खूब गाया-सुना जाता है।
तीज के बरतिया
भोजपुरी की मशहूर अदाकारा-सिंगर अक्षरा सिंह और रिनी चंद्रा की आवाज़ में गाया गया यह गीत हर साल तीज पर सोशल मीडिया पर ट्रेंड करता है। लगभग पांच साल पहले रिलीज हुआ ‘तीज के बरतिया’ आज भी तीज के अवसर पर महिलाओं की पहली पसंद बना हुआ है। इस गीत में पति के प्रति सुहागिनों की भावनाओं और भक्ति को दर्शाया गया है
सजे है अंबर सजी है धरती
यह भजन शिव और पार्वती के दिव्य प्रेम का वर्णन करता है। हरतालिका तीज पर महिलाएं रात्रि जागरण के दौरान इस गीत को गाकर माहौल को भक्तिमय बना देती हैं। इसकी लोकप्रियता आज भी कम नहीं हुई है और यह गीत तीज के भक्ति गीतों की लिस्ट में खास स्थान रखता है।
मिले सातों जनम का प्यार
तीज पर गाया जाने वाला यह गीत पति-पत्नी के अटूट रिश्ते और सात जन्मों तक साथ रहने की कामना को दर्शाता है। महिलाएं इस गीत के माध्यम से शिव-पार्वती से प्रार्थना करती हैं कि उनके पति की उम्र लंबी हो और वैवाहिक जीवन हमेशा सुखमय रहे।
प्यार मिल जाए पिया का
टीवी शो ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में भी सुनाई देने वाला यह गीत तीज के दिन खास महत्व रखता है। यह गीत शिव-पार्वती के पवित्र प्रेम को दर्शाता है और महिलाओं की उस प्रार्थना को उजागर करता है, जिसमें वे अपने पति की लंबी आयु और सुखद दांपत्य जीवन की कामना करती हैं।
अचल सुहाग
भोजपुरी सिनेमा की मशहूर अदाकारा काजल राघवानी पर फिल्माया गया गीत ‘अचल सुहाग’ हरतालिका तीज पर विशेष रूप से चर्चाओं में रहता है। अल्का झा की आवाज़ में सजा यह गीत सुहागिनों की भावनाओं और पति की लंबी आयु की कामना को बेहद खूबसूरती से दर्शाता है।
हरतालिका तीज सिर्फ एक व्रत या त्योहार नहीं, बल्कि स्त्री की आस्था, प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। इस दिन गाए जाने वाले गीत न सिर्फ वातावरण को भक्तिमय बना देते हैं, बल्कि हर सुहागिन के मन की भावनाओं को भी उजागर करते हैं। ‘तीज के बरतिया’ से लेकर ‘अचल सुहाग’ तक, ये गीत हरतालिका तीज को खास बना देते हैं। सच कहा जाए तो इन गीतों के बिना तीज का त्योहार अधूरा लगता है।